बिछड़ने की इतनी जल्दी थी उसे
खुद को आधा छोड़ गया मुझमे
इस शहर के अंदाज़ भी अजीब से हैं,
गूँगों से कहा जाता है बहरों को पुकारो.
रफ़्ता-रफ़्ता बुझ गया चिराग़-ए-आरजू ,
पहले दिल ख़ामोश था अब ख़्वाहिशें ख़ामोश हैं
मैं "सफ़र" में ही रहता हूँ,, हमेशा!
क्योंकि, उनकी यादों की मंज़िल है ही नहीं!!
तस्वीरों में कैद होकर भी
तुम सिर्फ "मेरे" कहाँ हो!!
*संसार में जिन लोगों को संतान सुख "प्राप्त हुआ है वो तो भाग्यशाली है,*
*लेकिन*
*जिन्हें "संतान से सुख प्राप्त हो रहा है वे सौभाग्यशाली है।*
*मेरी औक़ात सिर्फ एक सफेद चादर,,🦋⁉*
*जिसे ओढ़ने की ताकत भी ना रहेगी😢😭*
*कुछ कह गए...कुछ सह गए...कुछ कहते कहते रह गए*
*मै सही तुम गलत के खेल में...न जाने कितने रिश्ते ढह गए*
कुछ तो शराफत सिख ले शराब से, ए इश्क़, बोतल पे लिखा होता है, " मैं जानलेवा हूं "
किसे समझ मै आया, प्रेम नाम का रोग,
ऊलझ-ऊलझ कर रेह गये, सुलझे-सुलझे लोग..!!