रजाई के लिये शर्दी के मोसम मे एक स्टूडैन्ट अपने पापा को खत लिखता है
और गलती से रजाई की जगह लुगाई
लिख देता है
और जब पापा खत पडते है आदारणीय पापाजी चरण स्पर्रश मे यहॉ ठीक हू और आशा करता हू की आप लोग सब अच्छे से होगे आगे
समाचार यह है कि मेरी लुगाई खराब हो गई है और यहॉ सर्दी अधिक पड रही है
अभी दोस्तो की लुगाई से काम चल रहा था लेकिन सर्दी अधिक पडने से वे भी लुगाई देने मे आना कानी करते है
मेरे लिये एक लुगाई का इंतजाम कर दो
नई ना ला सको तो बडे भईया की लुगाई भेज दो
बडे भईया की ना मिले तो मझले भईया की लुगाई भेज दो
सर्दी मे बुरा हाल है दो भाईयो मे से किसी एक की लुगाई जरूर भेज दो
दो मे से किसी की न भेज सको तो पैसे भेज दो
मे यहॉ किराये कि लुगाई ले लुगा
Lugai
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