वक्त की एक आदत बहुत
अच्छी है,
जैसा भी हो, गुजर जाता है!
“कामयाब इंसान खुश
रहे ना रहे,
खुश रहने वाला इंसान कामयाब
जरूर हो जाता है
सुख भी मुझे प्यारे है,
दुःख भी प्यारे है
छोड़ू मैं किसे..
प्रभु..
दोनों ही तुम्हारे है
सुख में तेरा शुक्र करू,
दुःख में फ़रियाद करूँ
जिस हाल में तू रखे मुझे,
मैं तुम्हे याद करू ।।
अच्छी है,
जैसा भी हो, गुजर जाता है!
“कामयाब इंसान खुश
रहे ना रहे,
खुश रहने वाला इंसान कामयाब
जरूर हो जाता है
सुख भी मुझे प्यारे है,
दुःख भी प्यारे है
छोड़ू मैं किसे..
प्रभु..
दोनों ही तुम्हारे है
सुख में तेरा शुक्र करू,
दुःख में फ़रियाद करूँ
जिस हाल में तू रखे मुझे,
मैं तुम्हे याद करू ।।
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