ए “सुबह ” तुम जब भी आना ,
सब के लिए बस "खुशियाँ" लाना....!
*
हर चेहरे पर “हंसी ” सजाना ,
हर आँगन मैं “फूल ” खिलाना ....!

जो “रोये ” हैं
इन्हें हँसाना ...!
*
जो “रूठे ” हैं इन्हें मनाना,
जो “बिछड़े” हैं तुम इन्हें मिलाना ...!
*
प्यारी “सुबह ” तुम जब भी आना ,
सब के लिए बस “खुशिया ”ही लाना.....!!

🌹🌹शुभप्रभात 🌹🌹

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