समंदर के लिए वो लहरे क्या जिसका कोई किनारा ना हो …..
तारो के लिए वो रात क्या जिसमे चाँद ना हो
हमारे लिए वो दिन ही क्या….
जिस मे आप की याद ना हो……

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