Two 2 Line Shayari in Hindi Font, Short
Poetry, 2 Line Love Shayari, 2 Line Sad Shayari, Best 2 Line Shayari, 2
Line Attitude Shayari, 2 Line Dosti Shayari, 2 Line Dard Shayari, 2
Line Yaad Shayari, New 2 Line Shayari, 2 Lines Whatsapp Status, 2 Line Facebook status, 2 Line Shero-Shayari
चारों तरफ़ लकडहारे हैं,
फिर भी पेड कहाँ हारे हैं..!
दुनिया के रैन बसेरे में पता नहीं कितने तक रहना है,
जीत लो लोगों के दिलों को बस यही जीवन का गहना है…..
एक तुम हो कि कुछ कहती नहीं,
एक तुम्हारी यादें हैं, कि चुप रहती नही..
हाथ पर हाथ रखा उसने तो मालूम हुआ,
अनकही बात को किस तरह सुना जाता है…!!
कोई पत्थर चोट खाके कंकर कंकर हो गया,
और कोई पत्थर चोट सहके शंकर शंकर हो गया|
तुम मोहब्बत के सौदे भी अजीब करते हो,
बस मुस्कुरा देते हो और अपना बना लेते हो|
हमारे महफिल में लोग बिन बुलाये आते है क्यू,
की यहाँ स्वागत में फूल नहीं दिल बिछाये जाते है|
बर्बाद होने के और भी रास्ते थे,
ना जाने मुझे मोहब्बत का ही ख्याल क्यूँ आया|
तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है,
आखरी सास तक तेरा इंतजार करू|
ऐ समुन्द्र तेरे से वाकिफ हूँ … मगर इतना बताता हूँ,
वो आँखे तुझसे ज्यादा गहरी है, जिनका में आशिक हूँ|
चारों तरफ़ लकडहारे हैं,
फिर भी पेड कहाँ हारे हैं..!
दुनिया के रैन बसेरे में पता नहीं कितने तक रहना है,
जीत लो लोगों के दिलों को बस यही जीवन का गहना है…..
एक तुम हो कि कुछ कहती नहीं,
एक तुम्हारी यादें हैं, कि चुप रहती नही..
हाथ पर हाथ रखा उसने तो मालूम हुआ,
अनकही बात को किस तरह सुना जाता है…!!
कोई पत्थर चोट खाके कंकर कंकर हो गया,
और कोई पत्थर चोट सहके शंकर शंकर हो गया|
तुम मोहब्बत के सौदे भी अजीब करते हो,
बस मुस्कुरा देते हो और अपना बना लेते हो|
हमारे महफिल में लोग बिन बुलाये आते है क्यू,
की यहाँ स्वागत में फूल नहीं दिल बिछाये जाते है|
बर्बाद होने के और भी रास्ते थे,
ना जाने मुझे मोहब्बत का ही ख्याल क्यूँ आया|
तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है,
आखरी सास तक तेरा इंतजार करू|
ऐ समुन्द्र तेरे से वाकिफ हूँ … मगर इतना बताता हूँ,
वो आँखे तुझसे ज्यादा गहरी है, जिनका में आशिक हूँ|
Tujhe kitna Kaha Tha ki Mujhe Apna Na Bana..
Ab Muje Chor Key Duniya Mein Tamasha Na Bana..
Le Lo Wapas Wo Aansu Wo Tadap Aur Wo Yaadain Saari..!!
Nahi Koi Jurm Hamara to Phir Yeh Sazayein Kaisi..!!!
Chalo mana ki hume pyaar ka izhaar karna nahi aata,
Jazbaat na samajh sako itne nadaan to tum bhi nahi..
Vajah Nafrato Ki Talashi Jati Hai
Mohabbat To Bevajhah Ho Jati Hai..
WO Matlab Se Milte.
Aur Hame To Bas Milne Se Matlab Tha.
Kanch Jaise Hote Hai Tanha Logo Ke Dil..
Kabhi Toot Jate Hain Toh Kabhi Tod Diye Jate Hain..
Tanhai to Sathi hai apni zindagi k har ek pal ki..!!
Chalo yeh shikwa bhi door hua k kisi ne sath na diya..!!
Tere Na Hone Se Zindagi Mein Bas Itni-Si Kami Rehti Hai
Main Chahe Laakh Muskurau In Aankho Mein Nami Rehti Hai..!!
Sochte Hai Hum Bhi Seekh Le Be-rukhi Karna..
Humne Apni QaDar Kho Di Hai Har ek ko Mohabbat Dete Dete..!
Duniya ki aag me jalna to Muqqadar bn gaya hai..
Jis se kehte hai apna haal-e-dil wohi badnaam karte hai..
Mujhe Paa kar Shayad Tumhe Kuch Ehsaas Na Ho.. ‘Lekin’
Ek Din Mujhe Khone Ka Ghum Tumhe Bohat Tarpaayega..
Dushman samne aane se darte thae..
aur wo pagli dil se khel kar chalі gayi..
Ab Kategi Zindagi Sukun Se.
Ab Hum Bhi Matlabi Ho Gaye Hai
आज सड़क पर निकले तो तेरी याद आ गई
तूने भी इस सिग्नल की तरह रंग बदला था!!!
मेरी कब्र के पास Wi-Fi जरूर लगाना,
क्योंकि मेरे दोस्त इतने कमीने है ..
कि Wi-Fi यूज करने के लिए, जरूर मेरे पास आएगे..
तेरी कमर पर हाथ रक्खा था ..
नियत का फिसल कर नीचे सरकना तो लाज़मी था
आयेंगे तेरी गलि में चाहे देर क्यू न हो जाये।
करेंगे मोहब्बत तुझसे हि चाहे जेल क्यू न हो जाये
तु Hike की रानी.. मे Facebook का राजा..
मिलना है तो Whatsapp पे आजा..
गिरा दे जितना पानी है तेरे पास ऐ बादल,
ये प्यास किसी की लेने से बुझेगी तेरे बरसने से नहीं..!! ? ?
अगर इश्क़ करो तो अदब-ऐ-वफ़ा भी सीखो,
यु दोस्त के रूम पर ले जाकर ठोकना मोहब्बत नही होती.. ? ?
कोई ? माल में खुश है कोई सिर्फ ? दाल में खुश है
खुशनसीब है वो लोग.. जो हर हाल में खुश है..!! ?
ईंट पर ईंट चढ़ता है तो ‘दीवार’ बन जाता है,
और.. लड़की पर लड़का चढ़ता है तो ‘परिवार’ बन जाता है।
हमारी तो किस्मत ही कुछ ऐसी निकली
जमींन मिली तो बंजर Admin मिला तो कंजर ?
Ab Muje Chor Key Duniya Mein Tamasha Na Bana..
Le Lo Wapas Wo Aansu Wo Tadap Aur Wo Yaadain Saari..!!
Nahi Koi Jurm Hamara to Phir Yeh Sazayein Kaisi..!!!
Chalo mana ki hume pyaar ka izhaar karna nahi aata,
Jazbaat na samajh sako itne nadaan to tum bhi nahi..
Vajah Nafrato Ki Talashi Jati Hai
Mohabbat To Bevajhah Ho Jati Hai..
WO Matlab Se Milte.
Aur Hame To Bas Milne Se Matlab Tha.
Kanch Jaise Hote Hai Tanha Logo Ke Dil..
Kabhi Toot Jate Hain Toh Kabhi Tod Diye Jate Hain..
Tanhai to Sathi hai apni zindagi k har ek pal ki..!!
Chalo yeh shikwa bhi door hua k kisi ne sath na diya..!!
Tere Na Hone Se Zindagi Mein Bas Itni-Si Kami Rehti Hai
Main Chahe Laakh Muskurau In Aankho Mein Nami Rehti Hai..!!
Sochte Hai Hum Bhi Seekh Le Be-rukhi Karna..
Humne Apni QaDar Kho Di Hai Har ek ko Mohabbat Dete Dete..!
Duniya ki aag me jalna to Muqqadar bn gaya hai..
Jis se kehte hai apna haal-e-dil wohi badnaam karte hai..
Mujhe Paa kar Shayad Tumhe Kuch Ehsaas Na Ho.. ‘Lekin’
Ek Din Mujhe Khone Ka Ghum Tumhe Bohat Tarpaayega..
Dushman samne aane se darte thae..
aur wo pagli dil se khel kar chalі gayi..
Ab Kategi Zindagi Sukun Se.
Ab Hum Bhi Matlabi Ho Gaye Hai
आज सड़क पर निकले तो तेरी याद आ गई
तूने भी इस सिग्नल की तरह रंग बदला था!!!
मेरी कब्र के पास Wi-Fi जरूर लगाना,
क्योंकि मेरे दोस्त इतने कमीने है ..
कि Wi-Fi यूज करने के लिए, जरूर मेरे पास आएगे..
तेरी कमर पर हाथ रक्खा था ..
नियत का फिसल कर नीचे सरकना तो लाज़मी था
आयेंगे तेरी गलि में चाहे देर क्यू न हो जाये।
करेंगे मोहब्बत तुझसे हि चाहे जेल क्यू न हो जाये
तु Hike की रानी.. मे Facebook का राजा..
मिलना है तो Whatsapp पे आजा..
गिरा दे जितना पानी है तेरे पास ऐ बादल,
ये प्यास किसी की लेने से बुझेगी तेरे बरसने से नहीं..!! ? ?
अगर इश्क़ करो तो अदब-ऐ-वफ़ा भी सीखो,
यु दोस्त के रूम पर ले जाकर ठोकना मोहब्बत नही होती.. ? ?
कोई ? माल में खुश है कोई सिर्फ ? दाल में खुश है
खुशनसीब है वो लोग.. जो हर हाल में खुश है..!! ?
ईंट पर ईंट चढ़ता है तो ‘दीवार’ बन जाता है,
और.. लड़की पर लड़का चढ़ता है तो ‘परिवार’ बन जाता है।
हमारी तो किस्मत ही कुछ ऐसी निकली
जमींन मिली तो बंजर Admin मिला तो कंजर ?
तू घडी भर के लिए मेरी नज़रो के सामने आजा,
एक मुद्द्त से मैंने खुद को आईने में नहीं देखा
उसे रास ही ना आया मेरा साथ वरना
मैं उसे जीते जी ख़ुदा बना देता.
लोग कहते हें…वक्त किसी का गुलाम नही होता,
फिर क्युँ तेरी मुस्कुराहट पे ये थम सा जाता हे?
जितने वाला ही नहीं.. बल्कि ‘कहाँ पे क्या हारना है’
ये जानने वाला भी सिकंदर होता है..||
हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये..
यारों ख्वाबों मे कह देता हूँ .. जिनसे हर बात.,
आज सामने आए तो.. अल्फाजो ने साथ छोड दिया मेरा..!!
अये मौत तुझे तो गले लगा लूँगा बस जरा तो ठहर
है हसरत दिल की तुझसे पहले उसे गले लगाने की
इश्क मोहब्बत की बातें कोई ना करना
एक शख्स ने जी भर के हमे रुलाया जो है
मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो,
इंतज़ार उसका है जिसे मेरा एहसास तक नहीं.
कदमो को रुकने का हुनर नहीं आया
सभी मंजिले निकल गयी पर घर नहीं आया…
एक चाहत थी आपके साथ जीने की,
वरना मोहब्बत तो किसी और से भी हो सकती थी..
काश दिल की आवाज़ में इतना असर हो जाए..
हम याद करें उनको और उन्हें ख़बर हो जाए !
मेरी मोहब्बत सच्ची है इसलिए तेरी याद आती है..
अगर तेरी बेवफाई सच्ची है तो अब याद मत आना.
लोग शोर से जाग जाते हैं साहब ,
मुझे एक इंसान की ख़ामोशी सोने नही देती !!
एक मुद्द्त से मैंने खुद को आईने में नहीं देखा
उसे रास ही ना आया मेरा साथ वरना
मैं उसे जीते जी ख़ुदा बना देता.
लोग कहते हें…वक्त किसी का गुलाम नही होता,
फिर क्युँ तेरी मुस्कुराहट पे ये थम सा जाता हे?
जितने वाला ही नहीं.. बल्कि ‘कहाँ पे क्या हारना है’
ये जानने वाला भी सिकंदर होता है..||
हाथ की नब्ज़ काट बैठा हूँ,
शायद तुम दिल से निकल जाओ ख़ून के ज़रिये..
यारों ख्वाबों मे कह देता हूँ .. जिनसे हर बात.,
आज सामने आए तो.. अल्फाजो ने साथ छोड दिया मेरा..!!
अये मौत तुझे तो गले लगा लूँगा बस जरा तो ठहर
है हसरत दिल की तुझसे पहले उसे गले लगाने की
इश्क मोहब्बत की बातें कोई ना करना
एक शख्स ने जी भर के हमे रुलाया जो है
मेरे दिल की उम्मीदों का हौसला तो देखो,
इंतज़ार उसका है जिसे मेरा एहसास तक नहीं.
कदमो को रुकने का हुनर नहीं आया
सभी मंजिले निकल गयी पर घर नहीं आया…
एक चाहत थी आपके साथ जीने की,
वरना मोहब्बत तो किसी और से भी हो सकती थी..
काश दिल की आवाज़ में इतना असर हो जाए..
हम याद करें उनको और उन्हें ख़बर हो जाए !
मेरी मोहब्बत सच्ची है इसलिए तेरी याद आती है..
अगर तेरी बेवफाई सच्ची है तो अब याद मत आना.
लोग शोर से जाग जाते हैं साहब ,
मुझे एक इंसान की ख़ामोशी सोने नही देती !!
हमे क्या पता था, आसमा ऐसे रो पडेगा..,
हमने तो बस इन्हें अपनी दास्ता सुनाई थी..!!!
मानो तो हर पत्थर मेँ खुदा बसता है. .
अंदाज यही से लगा सकते हैँ आप, कि खूदा कितना सस्ता है. . .
नाजुक मिजाज हूँ कुछ, कुछ दिल से भी हूँ परेशाँ
पायल पहन के पांव में मै छमछम से डर गई
तुझे रख लिया इन यादों ने..फूल सा किताब में…
इस दिल में तुम रहेगे सदा..और महकोगे इन साँसों में…।।
छू जाते हो तुम मुझे हर रोज एक नया ख्वाब बनकर..,
ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम मेरे करीब नहीं..
हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी।
ज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है।.
जब जी चाहे नई दुनिया बना लेते है लोग
एक चेहरे पे कई चहरे लगा लेते है लोग..
महफ़िल भले ही प्यार वालों की हो..
उसमे रौनक तो दिल टुटा हुआ शराबीही लाता हैं…
जिंदगी बड़ी अजीब सी हो गयी है,
जो मुसाफिर थे वो रास नहीं आये,
जिन्हें चाहा वो साथ नहीं आये ..!!
दिल मे खुशी हो तो.. छलक जाती हैं..!
मुस्कुराहटें.. वजह की मोहताज नही होती..!!
कब दोगे ‘रिहाई’ मुझे इन यादोँ की ‘कैद’ से..
ऐँ ‘इश्क.. अपने ‘जुल्म’ देख.. मेरी ‘उम्र’ देख….
हमने तो बस इन्हें अपनी दास्ता सुनाई थी..!!!
मानो तो हर पत्थर मेँ खुदा बसता है. .
अंदाज यही से लगा सकते हैँ आप, कि खूदा कितना सस्ता है. . .
नाजुक मिजाज हूँ कुछ, कुछ दिल से भी हूँ परेशाँ
पायल पहन के पांव में मै छमछम से डर गई
तुझे रख लिया इन यादों ने..फूल सा किताब में…
इस दिल में तुम रहेगे सदा..और महकोगे इन साँसों में…।।
छू जाते हो तुम मुझे हर रोज एक नया ख्वाब बनकर..,
ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम मेरे करीब नहीं..
हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी।
ज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है।.
जब जी चाहे नई दुनिया बना लेते है लोग
एक चेहरे पे कई चहरे लगा लेते है लोग..
महफ़िल भले ही प्यार वालों की हो..
उसमे रौनक तो दिल टुटा हुआ शराबीही लाता हैं…
जिंदगी बड़ी अजीब सी हो गयी है,
जो मुसाफिर थे वो रास नहीं आये,
जिन्हें चाहा वो साथ नहीं आये ..!!
दिल मे खुशी हो तो.. छलक जाती हैं..!
मुस्कुराहटें.. वजह की मोहताज नही होती..!!
कब दोगे ‘रिहाई’ मुझे इन यादोँ की ‘कैद’ से..
ऐँ ‘इश्क.. अपने ‘जुल्म’ देख.. मेरी ‘उम्र’ देख….
वह मेरा वेहम था की वो मेरा हमसफ़र है।
वह चलता तो मेरे साथ था पर किसी और की तलाश में।
तरीका मेरे क़त्ल का, ये भी इजाद करो..
कि मर जाऊँ मै हिचकियो से, मुझे इतना याद करो..
गर मेरी चाहतों के मुताबिक ज़माने की हर बात होती
तो बस मैं होता तुम होती और सारी रात बरसात होती !!
जब फुरसत मिले तो चाँद से मेरे दर्द की कहानी पुछ लेना,
एक वो ही है मेरा हमराज तेरे जाने के बाद|
नकाब तो उनका सर से ले कर पांव तक था..
मगर आँखे बता रही थी के मोहब्बत के शौकीन थे वो |
वह चलता तो मेरे साथ था पर किसी और की तलाश में।
तरीका मेरे क़त्ल का, ये भी इजाद करो..
कि मर जाऊँ मै हिचकियो से, मुझे इतना याद करो..
गर मेरी चाहतों के मुताबिक ज़माने की हर बात होती
तो बस मैं होता तुम होती और सारी रात बरसात होती !!
जब फुरसत मिले तो चाँद से मेरे दर्द की कहानी पुछ लेना,
एक वो ही है मेरा हमराज तेरे जाने के बाद|
नकाब तो उनका सर से ले कर पांव तक था..
मगर आँखे बता रही थी के मोहब्बत के शौकीन थे वो |
चेहरे ‘अजनबी’ हो जाये तो कोई बात नही, लेकिन
रवैये ‘अजनबी’ हो जाये तो बडी ‘तकलीफ’ देते हैं !
मेरे टूटने की वजह मेरे जौहरी से पूछो,
उसकी ख्वाहिश थी कि मुझे थोड़ा और तराशा जाय…
बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने,
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए।
लिखी है खुदा ने मोहब्बत सबकी तक़दीर में,
हमारी बारी आई तो स्याही ही ख़त्म हो गई।
रिवाज तो यही हे दुनिया का मिल जाना और बिछड जाना,
तुम से ये कैसा रिशता है ना मिलते हो ना बिछडते हो|
तेरा ख़याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेदर्द मैं ने तुझ को भुलाया नहीं अभी|
इतना ही गरूर था तो मुकाबला इश्क़ का करती ए बेवफा ..
हुस्न पर क्या इतराना जिसकी ओकात ही बिस्तर तक हो
तेरी दुनिया का यह दस्तूर भी अजीब है ए खुदा..
मोहब्बत उनको मिलती है, जिन्हें करनी नहीं आती..
अंदाज़ बदलने लगते हैं होठों पे शरारत होती
है, नजरों से पता चल जाता है जिस दिल में मोहब्बत होती है.
आज जिस्म मे जान है तो देखते नही हैं लोग..
जब ‘रूह’निकल जाएगी तो कफन हटाहटा कर देखेंगे लोग..
थोडा अकड के चलना सीख लो दोस्तों..!!!
मौम जैसा दिल लेके फिरोगे… तो लोग जलाते रहेंगे और पिघलाते ही रहेंगें ..!!!
Log kehte hai ki mohabbat ek bar hoti hain,
Lekin me jab jab use dekhu mujhe har bar hoti hai.
Ek choote se sawal par itni khamoshi..???
Bas itna hi toh pucha thaa.. ‘Kabhi wafaa ki h kisi se..’
रवैये ‘अजनबी’ हो जाये तो बडी ‘तकलीफ’ देते हैं !
मेरे टूटने की वजह मेरे जौहरी से पूछो,
उसकी ख्वाहिश थी कि मुझे थोड़ा और तराशा जाय…
बहुत थे मेरे भी इस दुनिया मेँ अपने,
फिर हुआ इश्क और हम लावारिस हो गए।
लिखी है खुदा ने मोहब्बत सबकी तक़दीर में,
हमारी बारी आई तो स्याही ही ख़त्म हो गई।
रिवाज तो यही हे दुनिया का मिल जाना और बिछड जाना,
तुम से ये कैसा रिशता है ना मिलते हो ना बिछडते हो|
तेरा ख़याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेदर्द मैं ने तुझ को भुलाया नहीं अभी|
इतना ही गरूर था तो मुकाबला इश्क़ का करती ए बेवफा ..
हुस्न पर क्या इतराना जिसकी ओकात ही बिस्तर तक हो
तेरी दुनिया का यह दस्तूर भी अजीब है ए खुदा..
मोहब्बत उनको मिलती है, जिन्हें करनी नहीं आती..
अंदाज़ बदलने लगते हैं होठों पे शरारत होती
है, नजरों से पता चल जाता है जिस दिल में मोहब्बत होती है.
आज जिस्म मे जान है तो देखते नही हैं लोग..
जब ‘रूह’निकल जाएगी तो कफन हटाहटा कर देखेंगे लोग..
थोडा अकड के चलना सीख लो दोस्तों..!!!
मौम जैसा दिल लेके फिरोगे… तो लोग जलाते रहेंगे और पिघलाते ही रहेंगें ..!!!
Log kehte hai ki mohabbat ek bar hoti hain,
Lekin me jab jab use dekhu mujhe har bar hoti hai.
Ek choote se sawal par itni khamoshi..???
Bas itna hi toh pucha thaa.. ‘Kabhi wafaa ki h kisi se..’
क्या लिखूँ ,
अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तों..
वो लोग ही बिछड़ गए ‘ जो जिंदगी हुआ करते थे|
रिश्ता दिल से होना चाहिए, शब्दों से नहीं,
नाराजगी शब्दों में होनी चाहिए, दिल में नहीं !
तेरा नज़रिया मेरे नज़रिये से अलग था,
शायद तुझे वक्त गुज़ारना था और मुझे जिन्दगी !
माना के सब कुछ पा लुँगा मै अपनी जिन्दगी मै
मगर वो तेरे मैहदी लगे हाथ मेरे ना हो सकेंगे…
जिनके प्यार बिछड़े है उनका सुकून से क्या ताल्लुक़,
उनकी आँखों में नींद नही सिर्फ आंसू आया करते है.
अभी तक मौजूद हैं इस दिल पे तेरे क़दमों के निशान,
हमने तेरे बाद किसी को इस राह से गुजरने नहीं दिया.
कोई नही आऐगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा,
एक मौत ही है, जिसका मैं
वादा नही करता ।।
अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तों..
वो लोग ही बिछड़ गए ‘ जो जिंदगी हुआ करते थे|
रिश्ता दिल से होना चाहिए, शब्दों से नहीं,
नाराजगी शब्दों में होनी चाहिए, दिल में नहीं !
तेरा नज़रिया मेरे नज़रिये से अलग था,
शायद तुझे वक्त गुज़ारना था और मुझे जिन्दगी !
माना के सब कुछ पा लुँगा मै अपनी जिन्दगी मै
मगर वो तेरे मैहदी लगे हाथ मेरे ना हो सकेंगे…
जिनके प्यार बिछड़े है उनका सुकून से क्या ताल्लुक़,
उनकी आँखों में नींद नही सिर्फ आंसू आया करते है.
अभी तक मौजूद हैं इस दिल पे तेरे क़दमों के निशान,
हमने तेरे बाद किसी को इस राह से गुजरने नहीं दिया.
कोई नही आऐगा मेरी जिदंगी मे तुम्हारे सिवा,
एक मौत ही है, जिसका मैं
वादा नही करता ।।
ख़ामोशी बहुत कुछ कहती हे,
कान लगाकर नहीं, दिल लगाकर सुनो !!
मुझे सिर्फ दो चीजों से डर लगता है,
1 तेरे रोने से और 2 तुझे खोने से…
मुझसे इश्क, मुहब्बत, प्यार न कर,
अपनी ज़िन्दगी को तू बेकार न कर…
नाराज़गी तो यहा हर किसी में भरी है,
मेरे दिल को ही देख लो अपना होकर भी नाराज है।
हर किसी पर दोस्तों ऐतबार मत करना,
धोखेबाजों के लिए ज़िन्दगी बर्बाद मत करना…
कान लगाकर नहीं, दिल लगाकर सुनो !!
मुझे सिर्फ दो चीजों से डर लगता है,
1 तेरे रोने से और 2 तुझे खोने से…
मुझसे इश्क, मुहब्बत, प्यार न कर,
अपनी ज़िन्दगी को तू बेकार न कर…
नाराज़गी तो यहा हर किसी में भरी है,
मेरे दिल को ही देख लो अपना होकर भी नाराज है।
हर किसी पर दोस्तों ऐतबार मत करना,
धोखेबाजों के लिए ज़िन्दगी बर्बाद मत करना…
तू मेरी धड़कन, तेरी रूह,
तू अगर हैं, तो मैं हूँ|
कुछ लौग ये सोचकर भी मेरा हाल नहीं पुँछते..
कि यै पागल दिवाना फिर कोई शायरी न सुना देँ.
टहनियाँ बेचारी नाहक थरथराती रहती हैं..
ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसे ऐ ज़िन्दगी,
सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं
वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त
मजा तो तब है जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले
लगता है मेरी नींद का किसी के साथ चक्कर चल रहा है,
सारी सारी रात गायब रहती है !!!
अहसास मिटा,तलाश मिटी, मिट गई उम्मीदें भी..
सब मिट गया पर जो न मिट सका वो है यादें तेरी
अरे पगली किराए का घर समझकर ही मेरे दिल मेँ बस जाओ
मैँ समझूँगा कि मेरे दिल का मकान मालिक रहने आया है
तू अगर हैं, तो मैं हूँ|
कुछ लौग ये सोचकर भी मेरा हाल नहीं पुँछते..
कि यै पागल दिवाना फिर कोई शायरी न सुना देँ.
टहनियाँ बेचारी नाहक थरथराती रहती हैं..
ये ना पूछ कितनी शिकायतें हैं तुझसे ऐ ज़िन्दगी,
सिर्फ इतना बता की तेरा कोई और सितम बाक़ी तो नहीं
वक्त की यारी तो हर कोई करता है मेरे दोस्त
मजा तो तब है जब वक्त बदल जाये पर यार ना बदले
लगता है मेरी नींद का किसी के साथ चक्कर चल रहा है,
सारी सारी रात गायब रहती है !!!
अहसास मिटा,तलाश मिटी, मिट गई उम्मीदें भी..
सब मिट गया पर जो न मिट सका वो है यादें तेरी
अरे पगली किराए का घर समझकर ही मेरे दिल मेँ बस जाओ
मैँ समझूँगा कि मेरे दिल का मकान मालिक रहने आया है
No comments:
Post a Comment